Happy Seeder Subsidy News: किसान भाइयों, पराली जलाने की समस्या से जूझ रहे मध्य प्रदेश के खेतों में अब एक नई उम्मीद जगी है। क्या आप जानते हैं कि हैप्पी सीडर जैसा जादुई यंत्र न सिर्फ फसल के अवशेषों को संभाल लेता है, बल्कि अगली बुआई को भी आसान बना देता है?
अच्छी खबर ये है कि मध्य प्रदेश सरकार ने ‘कृषि यंत्रीकरण योजना’ के तहत हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, मल्चर और बेलर जैसे महत्वपूर्ण कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए आवेदन की अंतिम तारीख बढ़ा दी है। अब 9 दिसंबर 2025 तक आवेदन कर सकते हैं! अगर आपका ट्रैक्टर खरीदने या अपग्रेड करने का मन है, तो ये मौका हाथ से न जाने दें। आइए, पूरी डिटेल्स समझते हैं – सरल शब्दों में, ताकि गांव के आखिरी छोर तक ये बात पहुंचे।

कृषि यंत्र सब्सिडी योजना क्यों जरूरी?
मध्य प्रदेश कृषि विभाग की ये योजना किसानों को आधुनिक यंत्रों पर 30 से 50 फीसदी तक की सब्सिडी देती है। खासकर हैप्पी सीडर पराली प्रबंधन का रामबाण इलाज है – ये फसल काटने के बाद बिना जलाए सीधे गेहूं की बुआई कर देता है।
पर्यावरण को बचाते हुए खर्च भी कम! इसी तरह सुपर सीडर और मल्चर मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं। आवेदन 3 अक्टूबर 2025 से शुरू हुए थे, लेकिन किसानों की मांग पर तारीख बढ़ा दी गई। दिसंबर 2025 का ये एक्सटेंशन उन भाइयों के लिए वरदान है, जो अभी तक ऑनलाइन प्रोसेस से कन्फ्यूज थे।
कौन-कौन से यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी?
योजना में ये मुख्य यंत्र शामिल हैं:
- हैप्पी सीडर 50% तक सब्सिडी (पराली कंबाइन और सीडर का कॉम्बो)।
- सुपर सीडर 40-50% छूट, जीरो टिलेज के लिए बेस्ट।
- मल्चर प्लास्टिक मल्चिंग मशीन पर 30-40%।
- बेलर फसल बेल बनाने के लिए 30% तक।
कुल मिलाकर, अगर यंत्र की कीमत 5 लाख है, तो सब्सिडी से 1.5 से 2.5 लाख तक बचत हो सकती है। लेकिन सीटें लिमिटेड हैं, तो फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व!
पात्रता कौन आवेदन कर सकता है?
- मध्य प्रदेश के छोटे-मझोले किसान (SC/ST/महिला किसानों को प्राथमिकता)।
- न्यूनतम 2 एकड़ जमीन होनी चाहिए।
- पहले कभी इस योजना का लाभ न लिया हो।
- ट्रैक्टर या पावर टिलर होना जरूरी (कुछ यंत्रों के लिए)।
हैप्पी सीडर और अन्य कृषि यंत्रों के लिए आवेदन कैसे करें
ऑनलाइन प्रोसेस बिल्कुल सिंपल है, लेकिन एक छोटी शर्त है आवेदन के साथ डिमांड ड्राफ्ट (DD) जमा करना पड़ेगा। यहां स्टेप-बाय-स्टेप गाइड:-
- सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल mpkrishi.mp.gov.in या farmmach.up.gov.in (संबंधित लिंक चेक करें) पर लॉगिन करें।
- वेबसाइट पर आधार, मोबाइल और बैंक डिटेल्स से रजिस्टर करें। CSC सेंटर से मदद लें अगर इंटरनेट इश्यू हो।
- इसके बाद अपना यंत्र चुनें, सब्सिडी अमाउंट देखें और DD तैयार करें (हैप्पी/सुपर सीडर के लिए 4500 रुपये का DD, नाम ‘कृषि यंत्रीकरण योजना’ के पक्ष में)।
- फॉर्म को और DD पोस्ट से जिला कृषि कार्यालय भेजें। ट्रैकिंग के लिए रसीद रखें।
- इसके बाद पोर्टल पर लॉगिन करके अपडेट देखें।
DD के बिना आवेदन अमान्य माना जाएगा, तो ये भूलें मत! प्रोसेस में कोई दिक्कत हो तो हेल्पलाइन 0755-2553322 पर कॉल करें।
किसान भाइयों, ये एक्सटेंशन आपकी मेहनत का सम्मान है। अगर हैप्पी सीडर से आपका खेत प्रदूषण-मुक्त हो जाए, तो सोचिए कितना अच्छा! आज ही आवेदन की तैयारी शुरू करें और अपनों को बताएं। कोई सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ लें – हम साथ हैं।
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